अगर परमात्मा सबका भाग्य लिखते तो दुनिया कैसी होती ? परमात्मा भाग्य विधाता है , भाग्य लिखने का विधान सिखाते है | परमात्मा हमे सही कर्म करने का ज्ञान और शक्ति देते है | हमारा कर्म हमारा भाग्य लिखता है | Bk Shivani
जिनमे नम्रता नहीं आती , वे विधा का पूरा सदुपयोग नहीं कर सकते | Mahatma Gandhi
है वीणा वादनी , है ज्ञान प्रदायनी , है विधा की भंडार , आपका स्वागत है ,
सुखा करता जय मोरया, दुख हरता जय मोरया, कृपा सिन्धु जय मोरया, बुद्धि विधाता मोरया, गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ती मोरया, गणेश चतुर्थी की शुभ कामनाएं |
ना कोई भेदभाव ,ना कोई जातिवाद , ना कोई ऊंचा ,ना कोई नीचा , है सब एक समान , ऐसा है मेरे भारत का संविधान | HAPPY REPUBLIC DAY